पानी की बचत व जल संरक्षण | Essay on Save Water in Hindi

नमस्कार, जल हमारे लिए कितना उपयोगी है इसके बारे में आप जानते ही होंगे, भले ही हमें खाने के लिए पर्याप्त भोजन मिले लेकिन उस भोजन के बाद अगर हमें पीने के लिए जल ना मिले तो उस भोजन का कोई महत्व नहीं रह जाता।

जल हमारे लिए इतना उपयोगी है कि जल के बिना मानव जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। जल एक अमृत के तरह है जिसका उपयोग आवश्यकता अनुसार किया जाता है।

पूरे ब्रह्मांड में पृथ्वी ही एक ऐसा ग्रह है जहां पर जल पाया जाता है हालांकि चांद पर भी जल के होने की बात कही जाती है लेकिन फिलहाल वहां पर अभी मानव जाति का अस्तित्व नहीं है।

क्या आप जानते हैं मानव शरीर में लगभग 60% जल होता है और मनुष्य के मस्तिष्क में 85% जल होता है तथा मनुष्य के रक्त में 79% जल की मात्रा होती है और वहीं फेफड़ों में लगभग 80% जल होता है।

इस बात से आप समझ ही गए होंगे कि आखिर जल हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है अगर हम नियमित रूप से जल का सेवन ना करें तो हमारा शरीर कई बीमारियों से ग्रसित हो सकता है।

नियमित रूप से जल का सेवन हमारे शरीर को कई घातक बीमारियों से बचाता है जल हमारे लिए इतना महत्वपूर्ण होने के बावजूद भी हम इसे बचाने की जगह इसे व्यर्थ ही कर रहे हैं।

क्या आप जानते हैं अगर हम ऐसे ही जल की बर्बादी करते रहे तो आने वाला समय ऐसा होगा, जहां हम पानी की बूंद बूंद को तरसेंगे। शायद आप जानते ही होंगे कि कई देश ऐसे हैं जहां लोग अभी भी पानी के लिए तरस रहे हैं और वहां पानी की कीमत सोने की कीमत से भी ज्यादा है।

सामान्यतः 4 सदस्यों वाला परिवार प्रतिदिन लगभग 450 लीटर यानी 120 गैलन पानी का उपयोग करता है जिसकी खपत साल में 1,64,000 लिटर यानी 44,000 गैलन होती है।

पानी का क्या अर्थ है :

पानी का एक सीधा सा अर्थ है जीवन, हमारे जीवन के लिए पानी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना महत्वपूर्ण जीवन के लिए भोजन है।

पानी के द्वारा ही सभी प्राणी, जीव-जंतु, पेड़ पौधे जीवित हैं यदि पानी नहीं होगा तो पृथ्वी पर जीवन संभव ही नहीं है।

पानी को अंग्रेजी भाषा में Water कहते हैं, Water का Hindi में अर्थ (Water Meaning in Hindi) है पानी। और पानी का अर्थ है जीवन। पानी हमारे जीवन का आधार है।

मानव जीवन में जल का महत्व :

क्या आप जानते हैं पृथ्वी लगभग 75% जल से घिरी हुई है और इसका 97% जल समुंद्र में है। अब आप सोच रहे होंगे जब पृथ्वी पर इतना जल है तो आखिर जल की कमी कैसे होगी, लेकिन यह बात ध्यान देने वाली है कि पृथ्वी पर मौजूद कुल जल में से केवल 3% जल ही पीने योग्य है।

बाकी बचा हुआ जल खरा यानी पीने योग्य नहीं है। अब आप इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि पृथ्वी पर जल की तो कोई कमी नहीं है लेकिन पीने योग्य जल की काफी कमी है और आने वाले समय में इसका परिणाम देखने को मिल सकता है।

save water in hindi

एक व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन 2 से 3 लीटर जल का सेवन करना चाहिए लेकिन अगर हमें यह जल ना मिले तो आप सोच भी नहीं सकते कि हमारे शरीर पर इसका कितना बुरा प्रभाव पड़ेगा।

आपने यह कहावत तो सुनी ही होगी “जल ही जीवन है” और यह पूरी तरह सत्य है हमें अपने दैनिक कार्यों के लिए सुबह से रात तक पानी की आवश्यकता होती है, जल के बिना मानव जीवन का अस्तित्व संभव नहीं है।

जल पेड़ पौधे एवं जीव जंतुओं के लिए भी उतना ही आवश्यक है जितना आवश्यक मनुष्य के लिए है लेकिन इस जल को पेड़ पौधे या जीव जंतु बर्बाद या दूषित नहीं कर रहे बल्कि मानव ही इस जल को बर्बाद तथा दूषित कर रहा है, जिससे इसका असर मानव पर तो होगा ही, साथ ही इसका परिणाम निर्दोष जीव जंतु और पेड़ पौधों को भी भोगना पड़ेगा।

जल के दूषित होने के कारण :

जल को दूषित करने में सबसे बड़ा हाथ मनुष्य का ही है आज मनुष्य ने बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियों कारखानों का निर्माण कर लिया है इन फैक्ट्रियों तथा कारखानों में अपने अनुसार वस्तुओं का निर्माण किया जा रहा है जिन्हें उपयोग में लाया जा सके।

लेकिन इन फैक्ट्रियों और कारखानों से निकलने वाले दूषित जल को नदियों झीलों या तालाबों में बहा दिया जाता है जिससे नदियों या तालाबों का स्वच्छ जल भी पूरी तरह दूषित हो जाता है।

केवल इतना ही नहीं इन नदियों झीलों और तालाबों में उपस्थित दूषित जल को जीव जंतु पीते हैं जिसके कारण उनकी बहुत दर्दनाक मृत्यु होती है।

लेकिन इस बात पर कोई ध्यान नहीं देता बल्कि इस पर कोई विचार भी नहीं करता यह एक काफी बड़ी समस्या है अगर इस पर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाला समय काफी भयानक सिद्ध हो सकता है।

पानी की कमी का प्रभाव :

पानी की कमी से गरीब किसान आत्महत्या तक कर लेते हैं तथा इसके अलावा और कई सामाजिक मुद्दे हैं जो पानी की कमी के कारण समस्या का विषय बना हुआ हैं।

स्वच्छ पानी की कमी के कारण लोग अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा नहीं कर पाते हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के एक सर्वेक्षण के अनुसार यह सामने आया कि लगभग 16,632 किसान आत्महत्या कर लेते हैं क्योंकि पानी की कमी के कारण किसानों की फसलें नष्ट हो जाती हैं। भारत और दूसरे कई देशों में आत्महत्या अशिक्षा तथा सामाजिक मुद्दों का कारण भी पानी की कमी है।

जल बचाने के महत्वपूर्ण तरीके :

जल मनुष्य के लिए प्रकृति का एक अनमोल उपहार है जल उन सभी महत्वपूर्ण तत्वों में से एक है जिसके द्वारा धरती पर जीवन संभव है। जल को बचाना और इसका सदुपयोग करना हमारे लिए काफी आवश्यक है यदि हम इसे यूं ही व्यर्थ करते रहेंगे तो भविष्य में हमें पानी की कमी के कारण अनेक मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।

आईये जानते हैं जल को हम कैसे बचा (Save Water In Hindi) सकते है-

  • हमेशा जरूरत पड़ने पर ही पानी के नल का उपयोग करें अन्यथा इसे बंद करके रखें। इस बात का खास ध्यान रखें कि फलों तथा सब्जियों को पानी से धोने के बजाए उन्हें पानी से भरे बर्तन में धोएं जिससे पानी की बर्बादी कम होगी।
  • नहाते समय सावर की जगह बाल्टी का इस्तेमाल करें जिससे जितना उपयोगी होगा आप उतने ही पानी का प्रयोग करेंगे!
  • पेड़ पौधों में पानी डालते समय पाइप की जगह Water Cane का प्रयोग करें इससे आवश्यकता अनुसार पानी ही उपयोग होता है और अगर हम पेड़ पौधों को पाइप से पानी देते हैं तो उससे काफी अधिक मात्रा में पानी बर्बाद हो जाता है।
  • अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाएं जिससे अच्छी बारिश हो और सभी नदी नाले उचित मात्रा में भर सकें।
  • गर्मी के मौसम में कूलर आदि में आवश्यकता से अधिक पानी ना डालें केवल उतना ही पानी का उपयोग करें जितने पानी की आवश्यकता हो।
  • होली के त्यौहार में पानी का उपयोग अन्य दिन के मुकाबले ज्यादा होता है लोग पानी में रंगों को घोल कर लोगों के ऊपर डालते हैं हमें कोशिश करनी चाहिए कि हम पानी का उपयोग करने के बजाय एक दूसरे को केवल रंग लगाएं जिससे पानी की बर्बादी कम हो।
  • पानी की सुरक्षा के लिए ग्लोबल वॉर्मिंग पर नियंत्रण की अत्यधिक आवश्यकता है क्योंकि ग्लेशियर लगातार पिघल रहे हैं जो पानी की सुरक्षा को लेकर एक काफी गंभीर विषय है।
  • सबसे महत्वपूर्ण बात हमें अपने मित्रों पड़ोसियों और सहकर्मियों को पानी बचाने के लिए जागरूक करना होगा जिससे वह भी पानी को बचाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।
  • हमें अपने बागानों तथा उद्यानों में तभी पानी देना चाहिए जब उसकी आवश्यकता हो।
  • टपकती हुई पाइपलाइन की सदैव जांच करनी चाहिए खास तौर पर फ्लश टैंक और नल पर।
  • हो सके तो अपने वाहनों को बाग में ही धोएं जिससे वह पानी पेड़ पौधों में ही जाएगा और व्यर्थ नहीं होगा।

जल के महत्व पर कुछ महत्वपूर्ण लाइन :

  • H2O जल का रासायनिक नाम है जल में हाइड्रोजन के दो अणु और ऑक्सीजन का एक अणु उपस्थित होता है।
  • पृथ्वी का लगभग 75% भाग जल से गिरा हुआ है लेकिन इसमें से केवल 3% जल ही पीने योग्य है बाकी बचा हुआ से जल खारा यानी पीने योग्य नहीं है।
  • पृथ्वी पर अधिकांश मीठा जल नदियों या झीलों से नहीं बल्कि भूमि से प्राप्त होता है।
  • जल के बिना किसी भी प्राणी का जीवन असंभव है।
  • हम अपने घरों में जिस बिजली का प्रयोग करते हैं उसका उत्पादन भी जल से ही होता है।
  • बिना जल के जीव जंतु या मनुष्य तो क्या पेड़ पौधे भी जीवित नहीं रह सकते।
  • स्वस्थ रहने के लिए एक व्यक्ति को प्रतिदिन कम से कम 2 लीटर पानी पीना चाहिए।
  • भूमि जल के साथ साथ वर्षा का जल भी काफी आवश्यक है क्योंकि वर्षा का जल भूमि जल के मुकाबले ज्यादा स्वच्छ माना जाता है। पेड़ पौधों में इसका काफी अच्छा प्रभाव देखने को मिलता है क्योंकि जब बारिश होती है तो पेड़ पौधों में भी हरियाली आ जाती है और नए पेड़ पौधों का निर्माण होने लगता है।
  • जल के द्वारा ही फसलें विकसित हो पाती है और उनमें अच्छा अनाज उत्पन्न होता है।

Save Water Slogans in Hindi:

पानी की रक्षा है, देश की सुरक्षा।

Pani ki raksha Hai Desh ki Suraksha.

जल ही जीवन है।

Jal he jivan hai.

आज से ही यह नियम बनाओ, सुबह-शाम पानी बचाओ।

Aaj se he yah niyam banao subah Sham Pani bachao.

जल होगा तभी खुशियों का हर पल होगा।

Jal hoga tabhi khushiyon ka har pal hoga.

जल को बचाना है, भविष्य को सुरक्षित बनाना है।

Jal ko bachana Hai bhavishya ko surakshit banana hai.

जल संरक्षण है, धरती का रक्षण।

Jal sanrakshan Hai Dharti ka rakshan.

स्वस्थ रहना है तो यह काम करो, पानी का सम्मान करो।

Swasth rahana Hai To yah kam karo pani ka Samman karo.

जब पानी को बचाओगे, तभी समझदार कहलाओगे।

Jab Pani ko bachaoge tabhi samajhdar kahlaaoge.

जल है तभी कल है।

Jal hai tabhi kal Hai.

जल है जीवन की आस, बचा रहे यह करें प्रयास।

Jal hi jivan ki aas, bacha rahe yah Karen prayas.

हम पानी को बचाएंगे, देश में खुशहाली लाएंगे।

Ham Pani ko Bachayenge, Desh me khushali laenge.

बिना पानी है जीवन बदहाली, पानी से होती है धरती पर हरियाली।

Bina pani hai jivan badhali, Pani se Hoti Hai is Dharti per hariyali.

जल ही जीवन है इसकी महिमा अपरंपार, आओ मिलकर जल बचाएं यह सपना करें साकार।

Jal hi jivan Hai iski Mahima aprampaar, aao milkar jal bachaye ye Sapna Kare sakar.

पानी बचाने का करें हर जतन, क्योंकि पानी ही है बहुमूल्य रतन।

Pani bachane ka Karen har jatan, kyun ki Pani hi hai bahumulya Ratan.

जल संरक्षण की करो तैयारी, होने वाली है वर्षा भारी।

Jal sanrakshan ki karo taiyari, hone wali Hai Varsha Bhari.

हर व्यक्ति ने ठाना है, जल को बचाना है।

Har vyakti ne thana hai, jal ko bachana hai.

आज पानी नहीं बचाओगे, तो कल अन्न कहां से खाओगे।

Aaj Pani nahin bachaoge, to cal Anya kahan se khaoge.

पानी का सदुपयोग करो, इसका ना दुरुपयोग करो।

Pani ka sadupyog karo, iska Na durupyog Karo.

जल है जीवन का आधार, इसके साथ ना करो दुर्व्यवहार।

Jal hi jivan ka Aadhar, iske sath Na Karo durvyavahar.

जल को जो बचाएगा, समझदार वही कहलाएगा।

Jal ko jo bachayega, samajhdar vahi kahlaaega

आओ मिलकर कदम उठाएं, जल है जीवन इसे बचाएं।

Aao milkar kadam uthaayein, jal hai jivan ise bachayen.

जल संरक्षण हो हम सब का नारा, जल बचाना हो पहला कर्तव्य हमारा।

Jal sanrakshan ho sab ka Nara, jal bachana Ho pahla kartavya hamara.

पानी है अमृत की धारा, यह है हर जीवन का सहारा।

Pani hai Amrit ki dhara, yah Hai har Jeevan ka Sahara.

अनमोल है यह निर्मल पानी, बूंद बूंद है हमें बचानी।

Anmol hai ya Nirmal Pani, Boond Boond Hai hamen bachani.

जल है जीवन का सार, भूलकर भी इसे ना करना बेकार।

Jal hai jivan ka saar, bhul kar bhi ise Na Karna bekar.

कभी तो समझो जल भाषा, इसके बिना क्या दोगे जीवन की परिभाषा।

Kabhi To samjho jal ki bhasha, iske bina kya doge jivan ki paribhasha.

दूषित नहीं करना है जल, वरना बर्बाद हो जाएगा आने वाला कल।

Dushit nahin karna hai jal, Varna barbad ho jaayega aane wala kal.

खुशहाल जीवन पाओगे, जल को अगर बचाओगे।

Khushhal Jeevan paoge, jal Ko agar bachaoge.

जल के साथ ना करो मनमानी, इसके बिना उठानी पड़ेगी बहुत परेशानी।

Jal ke sath Na Karo manmani, iske Bina uthani padegi pareshani.

स्वच्छ जल अपनाएं अच्छी सेहत पाएं।

Swachh jal apna a acchi sehat payen.

पानी को बचाए पृथ्वी को सजाएं।

Pani ko bachayen Prithvi ko sajaaye.

जल की करोगे अगर बर्बादी, तो प्यास से ही मर जाएगी सारी आबादी।

Jal ki karoge agar barbadi, to pyas se hi mar jayegi sari Abadi.

जल संरक्षण हो हम सब का नारा, ताकि संतुलित रहे पर्यावरण हमारा।

Jal sanrakshan Ho ham sab ka Nara, taki santulit rahe paryavaran hamara.

Save Water In Hindi Poem:

भारत के महान कवियों ने पानी पर अनेक कविताएं लिखी हैं उन्होंने अपनी कविताओं के माध्यम से पानी के महत्व को प्रदर्शित किया है जो कुछ इस प्रकार हैं-

Save Water In Hindi Poem:

1. पानी की महिमा धरती पर

पानी की महिमा धरती पर, है जिसने पहचानी ।
उससे बढ़कर और नहीं है, इस दुनिया में ज्ञानी ।।
जिसमें ताकत उसके आगे, भरते हैं सब पानी ।
पानी उतर गया है जिसका, उसकी खतम कहानी ।।


जिसकी मरा आँख का पानी, वह सम्मान न पाता ।
पानी उतरा जिस चेहरे का, वह मुर्दा हो जाता ॥
झूठे लोगों की बातें पानी पर खिंची लकीरें ।
छोड़ अधर में चल देंगे वे, आगे धीरे-धीरे । ।


जिसमें पानी मर जाता है, वह चुपचाप रहेगा ।
बुरा-भला जो चाहे कह लो, सारी बात सहेगा ।।
लगा नहीं जिसमें पानी, उपज न वह दे पाता ।
फसल सूख माटी में मिलती, नहीं अन्न से नाता ।।


बिन पानी के गाय-बैल, नर नारी प्यासे मरते ।
पानी मिल जाने पर सहसा गहरे सागर भरते ।।
बिन पानी के धर्म-काज भी, पूरा कभी न होता ।
बिन पानी के मोती को, माला में कौन पिरोता ।।


इस दुनिया से चल पड़ता है, जब साँसों का मेला ।
गंगा-जल मुँह में जाकर के, देता साथ अकेला । ।
उनसे बचकर रहना जो पानी में आग लगाते ।
पानी पीकर सदा कोसते, वे कब खुश रह पाते ।।


पानी पीकर जात पूछते हैं केवल अज्ञानी।
चुल्लू भर पानी में डूबें, उनकी दुखद कहानी ॥
चिकने घड़े न गीले होते, पानी से घबराते ।
बुरा-भला कितना भी कह लो, तनिक न वे शरमाते ॥


नैनों के पानी से बढ़कर और न कोई मोती ।
बिना प्यार का पानी पाए, धरती धीरज खोती ।।
प्यार ,दूध पानी-सा मिलता है जिस भावुक मन में ।
उससे बढ़कर सच्चा साथी, और नहीं जीवन में ।।
जीवन है बुलबुला मात्र बस, सन्त कबीर बतलाते ।
इस दुनिया में सदा निभाओ, प्रेम -नेम के नाते ।।

-रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’

Save Water In Hindi Poem:

2. जल ही जीवन है

जल ही जीवन है
जल से हुआ सृष्टि का उद्भव जल ही प्रलय घन है
जल पीकर जीते सब प्राणी जल ही जीवन है।।

शीत स्पर्शी शुचि सुख सर्वस
गन्ध रहित युत शब्द रूप रस
निराकार जल ठोस गैस द्रव
त्रिगुणात्मक है सत्व रज तमस
सुखद स्पर्श सुस्वाद मधुर ध्वनि दिव्य सुदर्शन है ।
जल पीकर जीते सब प्राणी जल ही जीवन है ।।

भूतल में जल सागर गहरा
पर्वत पर हिम बनकर ठहरा
बन कर मेघ वायु मण्डल में
घूम घूम कर देता पहरा
पानी बिन सब सून जगत में, यह अनुपम धन है ।
जल पीकर जीते सब प्राणी जल ही जीवन है ।।

नदी नहर नल झील सरोवर
वापी कूप कुण्ड नद निर्झर
सर्वोत्तम सौन्दर्य प्रकृति का
कल-कल ध्वनि संगीत मनोहर
जल से अन्न पत्र फल पुष्पित सुन्दर उपवन है ।
जल पीकर जीते सब प्राणी जल ही जीवन है ।।

बादल अमृत-सा जल लाता
अपने घर आँगन बरसाता
करते नहीं संग्रहण उसका
तब बह॰बहकर प्रलय मचाता
त्राहि-त्राहि करता फिरता, कितना मूरख मन है ।
जल पीकर जीते सब प्राणी जल ही जीवन है ।।

-शास्त्री नित्यगोपाल कटारे

Save Water Poem In Hindi:

3.अमृतधारा सा पानी

पानी पानी पानी,
अमृतधारा सा पानी
बि‍न पानी सब सूना सूना
हर सुख का रस पानी

पावस देख पपीहा बोल
दादुर भी टर्राये
मेह आओ ये मोर बुलाये
बादर घि‍र-घि‍र आये
मेघ बजे नाचे बि‍जुरी
और गाये कोयल रानी।

रुत बरखा की प्रीत सुहानी
भेजा पवन झकोरा
द्रुमदल झूमे फैली सुरभि‍
मेघ बजे घनघोरा
गगन समन्दनर ले आया
धरती को देने पानी।

बाँध भरे नदि‍या भी छलकीं
खेत उगाये सोना
बाग बगीचे, हरे भरे
धरती पर हरा बि‍छौना
मन हुलसे पुलकि‍त तन झंकृत
खुशी मि‍ली अनजानी।

उपवन कानन ताल तलैया
थे सूखे दि‍ल धड़कें
जाता सावन ज्योंलही लौटा
सबकी भीगी पलकें
क्या बच्चे क्याै बूढे नाचे
सब पर चढ़ी जवानी।

-गोपाल कृष्णा भट्ट ‘आकुल’

Poem On Save Water In Hindi

4.पानी रे पानी तेरा रंग कैसा

पानी रे पानी तेरा रंग कैसा
जिसमें मिला दो लगे उस जैसा

इस दुनिया में जीनेवाले ऐसे भी हैं जीते
रूखी-सुखी खाते हैं और ठंडा पानी पीते।
तेरे एक ही घूँट में मिलता जन्नत का आराम
पानी रे पानी तेरा रंग कैसा
भूखे की भूख और प्यास जैसा।

गंगा से जब मिले तो बनता गंगाजल तू पावन
बादल से तू मिले तो रिमझिम बरसे सावन
सावन आया सावन आया रिमझिम बरसे पानी
आग ओढ़कर आग पहनकर, पिघली जाए जवानी
कहीं पे देखो छत टपकती, जीना हुआ हराम
पानी रे पानी तेरा रंग कैसा

दुनिया बनाने वाले रब जैसा।

वैसे तो हर रंग में तेरा जलवा रंग जमाए
जब तू फिरे उम्मीदों पर तेरा रंग समझ ना आए
कली खिले तो झट आ जाए पतझड़ का पैगाम
पानी रे पानी तेरा रंग कैसा
सौ साल जीने की उम्मीदों जैसा।

-संतोषानन्द

अंतिम शब्द :

जल हमारे जीवन के लिए काफी आवश्यक है इसका सही तरीके से इस्तेमाल करें और पानी को जितना हो सके बचाने का प्रयास करें, क्यूंकि जल है तो जीवन है।

आपको Jal Sarakshan, Save Water In Hindi या essay on save water in hindi से जुडी यह जानकारी कैसी लगी हमें Comment Box में जरूर बताएं यदि आपकी इससे जुडी कोई समाश्या है तो भी आप हमें Comment Box में बता सकते हैं!

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